राधा कृष्ण की अधूरी कहानी

 काश वो पेन 🖊️ होता मेरे हाथ में

जिससे विधाता सबकी तकदीर लिखता ........

तो में फाड़ता पेज उस कॉपी के जिसमे लिखी राधा-कृष्ण की जुदा होने की कहानी ........

तोड़ मरोड़ के उनका अधुरा प्यार मिलाता..........

 कभी जुदा नहीं होते येसी कहानी लिखता .........

विधाता भी खुद पे नाज करते अपनी सुधरी गलती पर....

देता दुआएं हस हस के दुख का कोई नाम नहीं होता ....

प्राईवेट जॉब को गॉर्वेंट कर देता और कहता में चलता हु अब तू ही संभाल......….

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